प्रिय पुत्री तेरा मेरी कोख में आना सहसा मेरे जीवन मे समाना हतप्रभ हर्षित करता मुझको यूँ तेरा मेरा बन जाना तू खिली कली सी ,पुष्प बनी झोली 'ख़ुशी' से सराबोर किया तू लहर लहर लहराई जो ममत्व सागर हिलोर लिया मैं धीरे धीरे माँ बनती गई तेरे पाँव की रुनझुन आहट से तू चलती रही बढ़ती रही गमकती रही मुस्कुराहट से गढ़ नया कुछ आगे बढ़ जा विश्व में तेरा यश फैले तू जिस पथ पर भी बढ़ती हो उस पथ का तुझे साम्राज्य मिले जन्मदिवस है कुछ वादे कर तू रौशन ये संसार करेगी मानव जीवन व्यर्थ न हो ऐसा सार्थक प्रयास करेगी तू दुर्गा बन तू लक्ष्मी बन तू सीता का प्रतिमान भी हो तेरा "होना" यूँ चमके कि भारत का स्वाभिमान भी हो स्त्री हो तुम स्त्री भी बनो सहज सरल सी शोभित हो पुरुष कहीं नहीं बाधक है जो अपना तेज सुशोभित हो गर्व मेरा ,पर पुत्री देश की आर्यावर्त की "शौर्या" बनो सतत उन्नति करो सदा हर क्षेत्र की "सौंदर्या" बनो प्रिय पुत्री शौर्या को जन्मदिवस की शुभकामनाओं सहित...चंद पंक्तियाँ सस्नेह... 'महिमा' #महिमा