★मैं कितना तुममें हूँ...★ किसी दिन पश्चिम से आती हुई किरण मेरे आँगन को चूमेंगी उस दिन आंकलन करूँगा कि, मैं कितना तुममें हूँ. वादियों से निकलती सर्द हवाओं का हर वो मार्ग जो तुम तक जाती होगी वो हल्की सी धूप कल आयेगी और हँसों के जोड़े नहा-निखर कर मेरे बरामदे से तुम्हारी ठिठुरन पर व्यंग्य करेंगे. तुम्हारी अट्टालिका से गुजरती हुई वो रेशमी शिराएँ जो आभास करवायेगी तुम्हारे अश्वेत ज़ुल्फों का उस सेमल के पुष्प की पांचों पंखुड़ियां जिसमें छिपी ओस की बूंदें तुम्हारे नयनों की धार से मिलके सागर ढूँढेगी. तुम्हारी हर दमक पर सुनहरी सर्वरी कोहरे की चादर ओढेगी सूने अम्बर साक्ष्य रहेंगे शरद और तुम्हारी रुसवाई का फिर भी मेरे नयन तुम्हारे प्रेम को जीवंत मान विवेचन करेंगे कि, मैं कितना तुममें हूँ... #शरद_की_शाम (same mentioned below👇👇👇) #मैऔरतुम #love#nature #naturediariesbyarpit #yqdidi #yqbaba #mothertongue_verse