•ऐ स्त्री, तू अपनी मर्यादा में रहना छोड़ अपनी ख्वाहिशें, सारो की फरियादें पूरी करना। भूल अपने वजूद को,बेटी-बहु-माँ ओर सास बनने का रोल अदा करना ।। •ऐ स्त्री, तू अपनी मर्यादा में रहना नौकरी करने का सपना मत देखना,तुम बस अपना घर सम्भालना। कुल के वंश को आगे बढ़ाना,बस यही है तुम से करवाना,ओर याद रखना बेटी मत लाना__घर पर थाली ही बजवाना ।। •ऐ स्त्री, तू अपनी मर्यादा में रहना सब को समझना और गलत होता देख चुप रहना । ससुराल ही है तुम्हारा असली गहना, पीहर जाने का नाम भी मत लेना, जुबान पर काबू रखना ओर सबकी सुनना अरे___ओ स्त्री तुम अपनी मर्यादा में रहना ।। •ओ स्त्री, छोड़ सभी गलत कानूनों को,एक नया सवेरा लाना । पीहर-ससुराल दोंनो को एक साथ सम्भालना, एक आदर्श बहु-बेटी बनना| •ओ स्त्री तुम अपनी मर्यादा में रहकर एक नया दीप जलाना, पति के कंधे से कंधा मिला खड़ी होना । आने वाली पीढ़ी को समानता का पाठ पढना, ओ महान स्त्री तुम्हें ही है सबकुछ बदलना ।। || सीमा सिंह राठौड़ || ©seema singh rathore #महिलाएं #womenempowerment #womenpower💪 #shaheeddiwas