बिना लक्ष्य ये कैसा जीवन कर रहे हम आत्मसमर्पण ना लड़ने की "ख़्वाहिश" है ना हौसलो की आजमाइश है घबरा जाते हैं तनिक दर्द से जिस्म "माटी" का हो जैसे सुप्रभात। मानव जीवन का एक लक्ष्य तो होना ही चाहिए। #बिनालक्ष्यके #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi