आज भी छुपी है, मेरी डायरी के पन्नों में, तुम्हारी मीठी यादें, जब भी खुली यह डायरी, तब इत्र सी महकती है तेरी यादें, मेरे अल्फाजों की शायरी में। यह मीठी यादें सिर्फ यादें नहीं, यह तो है साक्षात तुम्हारा किरदार, जब भी हम पन्ना पलटते हैं, तब खो जाते हैं तेरे किरदार में। मेरी डायरी के साथ, मेरे दिल के झरोखों में भी, छिपी हुई है तेरी मीठी यादें, जब भी इसे याद करते हैं, तो चेहरे पर मुस्कान और, दिन बड़ा सुहाना गुजरता है। -Nitesh Prajapati ♥️ Challenge-965 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।