मोहब्बतों का ख़ामियाजा समझकर तेरी यादों में क़ैद रहे, सज़ा समझकर तिरे हर सितम हमने बड़े शौक़ से झेले कभी ख़ुदा की कभी तेरी रज़ा समझकर कविराज अनुराग #mohabat #love_crime #Hopeless #love #Heartless #kavirajAnurag