रख रहा हूं एक एक सवाल तेरा, ऐ जमाने उनका भी जवाब दूंगा। कदमों के निशान ही दिखेंगे तुझे, और मंजिलों को आसमान दूंगा । #क़दमों के निशान ही दिखेंगे तुझे , और मंजिलों को आसमान दूंगा। ऊषा माथुर चिंतन