न जाने कब किस से बिछड़ जाए और कहना परे अलविदा, न जाने कब वक्त बदल जाए और हो जाए जुदा। दो पल की जिंदगी है यारों किस से है रूठना किसे मनाना, न जाने किसमत में क्या है लिखा और कब किसे परेगा जाना। सबको अपना मान के जी लो हर पल ताकि रह जाए याद, कुछ पल की है जिंदगी तो क्यूं बात बात पर करना है फरियाद। #albida#juda#zindagi#pal#quotes#poetry#nojoto#shayari#nojotohindi