ती है, नई उम्मीदों की कली। मन में नई उमंग उड़ती हैं, जैसे उपवन में तितली। धूप तन को ऐसे छूती है, जैसे हौसलों की बिजली। चिड़ियों की चहक ऐसी लगती है, जैसे माधुर्य सी बोली। सुप्रभात। आशा और विश्वास का एक फूल सुबह के साथ खिलता है। #सुबहकेसाथ #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #tishiyapa