नवरात्रि में नवदुर्गा नौ दिवस नव नवीनतम रूप धरे हर रूप अपनी महीमा की एक गाथा है गढ़े सिंह पर सवार होकर रंग फुलों की फूहार बनकर सुहागन की श्रंगार बनकर दुखियों की पुकार बनकर आन बसो मां टेड़ी मेडी़ ढगरी से हमरी नगरी आन बसो मां हर किसी के आंगन में भाव भक्ति खुशियां अपार लेकर रसोई में प्रसाद बनकर बनते बिगड़ते रिश्तों में मिठास लेकर भागती दौड़ती उलझती समाज में र्मयादा संस्कार लेकर बच्चों में दुलार बनकर युवाओं में धीरज धरकर बड़ों का आशीर्वाद बनकर आन बसो मां टेड़ी मेडी़ ढगरी से हमरी नगरी आन बसो मां शैलपुत्री ब्रह्मचारिणी चंद्रघंटा कुष्मांडा बनकर स्कंदमाता कात्यायनी कालरात्रि महागौरी माता सिद्धिदात्री हर इक रूप में रोशनी बनकर निर्बल जरुरतमंदों के दाताओं में मदद लेकर अश्रुपूरित नेत्रों में उम्मीदें आस बनकर अपने दास की पुकार में उल्लाल बनकर आन बसो मां टेड़ी मेडी़ ढगरी से हमरी नगरी आन बसो मां _रुपान्शु_ सारे जग की माता हो तुम सब की हो पालनकर्ता हो बोलो सांचे दरबार की जय जयकारा शेरावाली दा ❇️🌺🏵️💮🌼❇️ 🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️ #nojoto #nojotohindi #jai_maa_sherawali