ये जो तू हर रोज़ संवर कर आती है, एक बिजली सी गिर जाती है, जला कर भी मुझको ज़िंदा तू कर जाती है, तू हर रोज संवर कर आती है, हर रोज मुझसे तड़पाती है, तुझपर मरने की एक और वजह दे जाती है, जो तू रोज संवर के आती है, तू पागल मुझे बनाती है।। #तेरा_संवरना #तेरी_अदा #सबसे_जुदा