तेरी यादों में बसर कर रहा हूं मैं तेरी बदन को छूने को तड़प रहा हूं मैं कैसी मासूम सी सीताम आई है हम पर बस तेरे नाम से ही महक रहा हूं मैं #मुमताज़ ©BazmEyaaraan #wetogether