#ग़ज़ल_غزل: ०३ --------------------------- २२ २२ २२ २२ #खिड़की_खोलो_बाहर_देखो #ना_मर्दों_का_लश्कर_देखो // ०१ देखो भी तो इतना देखो रंजो ग़म का मंज़र देखो //०२ #फुलवारी_गर_दम्भी_होए #रातों_दिन_तुम_पाथर_देखो // ०३ पैरों में काटों गर चुभते फिर भी आगे ठोकर देखो // ०४ चिंतित ना हो जीवन खोकर अपने घर का नौकर देखो // ०५ पगडंडी गर पतली निकले फिर भी पैदल चलकर देखो // ०६ ईश्वर अल्लाह माला जपकर मौतों का ही अजगर देखो // ०७ जल्दी जल्दी आफ़त झेलो कठिनाई का खंज़र देखो // ०८ सम्भलशाही को छोड़ो भी ऊपर ताको अम्बर देखो // ०९ © #इमरान_सम्भलशाही #जौनपुर #उत्तर_प्रदेश #InspireThroughWriting