हर बात को चुप रहकर सुनाता है ये दिल हर बात खामोशी से सुनाता है कभी गुस्से मैं नहीं आता दर्द को बडी बारीकियों से सुनता है और समेट लेता है हर जखम को ये जलते हुए शाख के पतों को पर किसी का कर्ज नहीं रखता है #कार्तिक ____जी pratibhaakaar #kuch_pato_ki_kahaniyan_aaisi #hoti_gile_hoker_bhi_jalne_se #nahi_ghbra_te_hai_n #लफ्ज़_ला_इलाज_हो_गयें ।। #कार्तिक @____#जी___!!