दर्द देकर दर्द का खुद ही इलाज करने आते हैं वो, पुराना ज़ख्म भर जाये तो फिर से एक नया दे जाते हैं वो, फिक्र मे हम उनकी जागते हैं जो सारी रात करवटें बदलकर, आते ही वो,कल लौटकर फिर से आने का वादा करके चले जाते हैं वो, साँसों मे बाँधकर चार दिन की ज़िन्दगी हम अपनी शौक से जीये जाते हैं, अगले ही पल आकर वो मेरी ज़िन्दगानी के हसीन लम्हें चुरा ले जाते हैं वो, रूखसती देते नहीं वो मुझे खुद से दूर जाने की, मरने की बात पर तो मेरा कफ़न भी बनने चले आते हैं वो, दर्द-ए-अश्कों का समुंदर आँखों मे लेकर तू क्यों फिरता है 'अल्फाज', कि अब वो बेगैरती से तकल्लुफ़ मे बस तेरी खैरियत पूछने आते हैं वो, #जरा_सा_इश्क़_में केवल यह कल्पना है हमारी... #yqdidi #yqsahitya #yqquotes #bestyqhindiquotes #yqhindi #yqlove #yqthoughts