जो सोचूं तुझको तो सोचें भी मुस्कराती हैं। तुझे जो देखूं तो आंखें भी मुस्कराती हैं। बदन का मेरे हर एक रोम झूम उठता है। तू पास हो तो ये बाँहें भी मुस्कराती हैं। हरम में, दैर में, या मयकदे की चौखट पर। जो मांगूं तुझको दुआएं भी मुस्कराती हैं। खुली फ़ज़ाओं में जब नाम तेरा लेता हूँ। मचल मचल के हवाएं भी मुस्कराती हैं। वो साथ चलता है मेरे तो क्या कहूँ "रेहान"। ये झूमती हुई राहें भी मुस्कराती हैं। #विचार #कविता #कहानी #शायरी #कला #संगीत #कॉमेडी #nojotonews Mansi bansal🌸 Sanjay Sanju Panwar