तेरा इंतज़ार "तनहाई कि आड़ में जाकर छुप - छुप कर रोता हूं मैं, जरा सी आहट पाकर ऊठ जाता हूं मैं। बेबस सी लाचारी आंखे मिचते मिछते थक गई राहें, तेरे आमद की खुशी में राह में बिछाई हैं पलकें।।" #तेरे_इंतजार_की_हद_हो_गई। #बस_और_किया_नहीं_जाता... #कैसे_संभालू_मैं_खुद_को_अब #तेरे_बिन_अब_रहा_भी_नहीं_जाता 💕💕