आखरी फोन उसने अपनी बहन को किया था, स्कूटी में पंचर हुआ था मदद के लिए किया था। कुछ दरिन्दों को लगी भनक मदद के लिए कह रहे थे, अपनी हवस बुझाने के लिए वो इस तरह मदद के लिए कह रहे थे। ना जाने क्या-क्या किया उस बेचारी अबला नारी के संग, सब कुछ कर, जला दिया उसे वो हार गई फिर ज़िन्दगी से जंग। सुबह पता चला हाइवे से नीचे पड़ा था शव, पहुँची पुलिस नहीं देखा जा रहा था उससे भी शव। अब इंसाफ चाहिए जल्द हर हालत में, अब सरकार को कानून बदलना पड़ेगा हर हालत में। वरना इन पापियों की फौज बढ़ती ही जाएगी, फिर किसी दिन कोई और माँ बहन,बेटी,बहु.. इसी तरह जलाई जाएगी। 370 हटा सकते हो तो इसपर विचार क्यों नहीं करते, या इन नेताओं की बहू,बेटी,बहन,माँ इस तरह नहीं मरते। #प्रियंकारेड्डीइन्साफ़ #दुःखद #ह्रदय #अनूप_बसर