हमारे दिल मे जैसे घर किया है कोई ताल्लुक पुराना हो गया है बिछड़ कर अपनों से हमसे मिला है ना माँगा उसने कुछ अब तक हमी से मग़र दिल उसकी ओर खिंचता गया है नया एक आसरा लगता है हमको दिल-ए-मुज़्तर से उसका वास्ता है ना जाने कब तलक रिश्ता रहेगा हमेशा तो नहीं कोई रहा है आइए कुछ लिखते हैं। मेरी पंक्ति के साथ अपनी पंक्तियाँ जोड़ें... ( नज़्म ) #आबाद #नज़्म #बेख़्वाबनींद #निदाफ़ाज़ली #yqdidi #collabwith_निदाफ़ाज़ली #nazm #YourQuoteAndMine Collaborating with Nida Fazli