आज सर कट गए शेरो के फ़िर कुत्तो के दरबारों में , दो दिन तक किस्सा फिर यही चलेगा प्रभावित अखबारों में , फिर खलबल मची है T.R.P बढ़ाने की पत्रकारों में , आज फिर पढ़े लिखे गवाँर भौकेंगे शाम के समाचारों में।।। इतना मूक नही देखा मैंने कभी इस खाकी को , शक करने का मन होता है जैसे ये इनका साथी हो!! नही बोले कोई इस मुद्दे पे तो लगे ऐसा गुस्ताखी हो , शब्द मेरे किसी को चुहे बाकी सबको पाकि हो।।। चलो इस कत्ल का दाम लगाए सरकारी हम वोटो से और हत्यारा तय करे हम फ़र्ज़ी रिपोर्टो से या खरीद ले दोषी कुछ चंद अंधे नोटो से ।।। तो तुम भी बोलो इस मुद्दे पर शर्म हया बेचकर , लिख दो न्याय पन्नो पर बिना शब्दो को सहेजकर।। लिखता नही रईसों पे बस लिखता हूँ सड़को पे , झुठ कलम की नही है फिदरत सच लिखूं तो भडकोगे।। #Civil_Services_Day #pangarh #moblinching