क्यों महसूस नहीं किया किसी ने उसके सुकून भरे स्पन्दन को, जन्म से पहले के ममतामयी आलिंगन को, अनंत सम्मोहन को, किलकारी गूँजने से पहले ही तब्दील रुदन को, वैसे इसमे नया क्या है जब अपने ही अंश का विध्वंस कर देते हो, स्त्री और पुरुष के भेद में स्वंय के सृजन का आधार, गर्भ उजाड़ डालते हो जब अपनी ही प्रजाति के नहीं हुए तब और क्या उम्मीद की जा सकती है । .....और कितनी इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना घटित होने के लिए बांकी है। #saveelephants #humanity #keralaelephantcase #elephant #yqdidi #hkkhindipoetry #poetry #savitajha