##andhviswas मैं मांगता रहा पानी , वो तेल मुझ पर चढ़ाते रहे .. मै चाहता था खुली हवा , वो धूनी पास जलाते रहे .. मेरे पत्ते -पत्ते का लोगों ने कर दिया विनाश .. कहां तक ले आया उनको, उनका ये अंधविश्वास...