बनते-बनते बिगड़ ही गयी है हर बात.... एक बार फिर से... नाराज़ हो गया है सारा ही जहां मुझसे... एक बार फिर से..., ना किसी शब्द ना ज़ज्बात की है औक़ात... एक बार फिर से... लो करते करते जिंदगी हार ही गयी है चाल... एक बार फिर से..., मिलने-जुलने तो मुझसे लगीं हैं कई जात... एक बार फिर से.. कभी बे-वज़ह ही छोड़ा था... मुझको तन्हा इसने..., क्यों मिलने लगा है मुझ से ये... सारा जहां... एक बार फिर से... .. . ॥ ©Sonam Verma #angry#overthinking#SAD#ripsoul#JourneyOfLife