शिकवे, बहुत थे तुमसे, बहुत शिकायतें थीं, जिनका करना था इजहार। पर जब मिले; और देखा, झुके पलक, मौन अधर, मन्द स्मित.. दिल घायल सौ बार। भले रहा हो, जो भी कुछ, अंतर्मन में, ये तुम जानो, पर हर एक अदा का, अर्थ लगाया, हमने केवल प्यार।। ✍परेशान✍ ©Jitendra Singh #kewal pyaar Vikashvkc139 RS MITIVATION Gauhar Aziz Priti Ravi anjali fouzdar