गलती ना तेरी हैं ना मेरी है गलत फ़क़त हालात हैं। ना तू खफा मुझसे ना मैं खफा तुझसे खफा ये सारी कायनात हैं। रूह तो अलग हो गयी हैं तुझ से पर कम्बखत ये दिल मिलने को बेताब हैं। हम बिछड़ गए हैं जिस बात के पीछे वो बात महज़ बेबात हैं। ये ईश्क़ हैं जो बह रहा हैं आँखों से और लोग इसे समझ रहे बरसात हैं। #ishq#brsaat#ashaq