माना ये गलती मेरी मैंने तुझसे इश्क़ कर लिया मुझे पता कहां अब क्या सज़ा क्या माफी है तुझे कसम वजूद की तू अब तो रुक ज़रा बारिश मैं रो रहा हूँ यहां ये भी नही क्या काफी है - Navdeep Panchal 'Shubh' #MumbaiLove