लोगों का मुंह बंद कब तक करोगे! यह थोड़ा कठिन काम है! अपने कर्मों को उड़ान दो! उन्हें ज़बान दो! उनके मिथ्या कथन का यही उचित अंजाम है! बोलने दो उन बेलगाम ज़बानों को! बेबाक बेदाग़ बेफरियाद बढ़ो, नज़दीक तुम्हारा मुकाम है! मुख पर लिए मंद मुस्कान,पहन कर स्वाभिमान! उनके तीक्ष्ण स्वरों का यही उचित इंतकाम है! तू यकीं कर वो बैठा है तेरे लिए बरकत भरी बाँह लिए! उसकी नेमतों के सामने उनके नासाज़ इरादे नाकाम है! #lifequotes #inspiration #motivation #people #लोगों_की_बातें #स्वाभिमान #ईश्वर #workhard