दूरियों का नशा अब सहा भी नही जाता तुझे देखे बिन मुझसे रहा भी नही जाता ना जाया कर मुझसे इतनी दूर कभी तू ये दर्द भी अब मुझसे सहा नही जाता बरसों बीत गुए है मुझे तुझे देखे हुए तेरा चेहरा तेरी आवाज़ सुने हुए कभी देख तेरे बिन कितना तड़पे है ये लफ्ज़ो मे कहा भी नही जाता सोचा करती हूँ मैं तुझे दिन रात तेरी हर बात तेरी हर मुलाकात जो तू ख़्वाबों मे भी आ जाये तो तुझे बिन छुए रहा भी नही जाता दूरियों का नशा अब सहा भी नही जाता तुझे देखे बिन अब रहा भी नही जाता ..... ~पूनम सिंह राठौर उफ़्फ़ ये दूरियाँ #kb#tk#yedooriya