हा होता है वो।.... हां होता है वो, मन ही मन दिल, रुलाता है वो।.... आसुं बन के, कभी खून बनके, बहेता है वो।.... हर सांस की, धड़कते दिल की, धड़कने वो। बहती हवा, उड़ती हुई घटा, के अंदाज वो ... हा होता है वो, मन ही मन दिल, रुलाता है वो।....© कविराज। एच यादव। 8698845253 हां होता है वो....