गाते -गाते तुम्हें बेसुरा हो गये, भरी महफिल में खुद अकेला हो गये, सोच-सोच चलें थे कदम से कदम..२ प्रेम मैं न हुए तो फकिर हो गये। ©kavi vikash #गाते-गाते बेसुरा हो गये #kavi #vikas #muktak #Geetkaar #Thoughts Anshu writer