बहुत दूर निकल गए हो घर से, क्या तुम्हें अब रास्ता याद है ठीक से। बहुत वक्त हो गया तुम्हें मिले सब से, क्या चेहरे भी अब याद हैं तुम्हें ठीक से। बहुत अलग-अलग से रहने लगे हो सब से, क्या सबके साथ बैठकर ठहाके लगाना याद है ठीक से। #बहुतदूर #निकल_आए