आज का ज्ञान कुछ दिन पहले मेरे पास एक फ्रेंड रिक्वेस्ट आई,यह किसी दिव्या शर्मा के नाम से थी, एक्सेप्ट करने से पहले सभी प्रोफाईल चेक की कहीं कुछ नहीं मिला,न मानते हुए रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर ली, सबसे पहले उसकी ओर से धन्यवाद आया फिर हर स्टेटस पर लाईक कामेन्ट मिलने शुरू हो गये, मैं अपने इस कद्रदान को पाकर बेहद खुश हुआ.. सिलसिला आगे बढ़ा रोमांटिक शायरी आने लगी, एक दिन मोहतरमा ने पूछा:-बीवी से प्यार करते हो, मैंने झट कहा_हां, वो चुप हो गई,अगले दिन उसने पूछा:क्या आपकी मैडम सुन्दर है?इस बार भी जबाव दिया: बहुत सुंदर है। अगले दिन:क्या आपकी बीवी अच्छा खाना बनाती है?झट कहा: बहुत ही स्वादिष्ट। कुछ दिन बाद अचानक मैसेज बॉक्स में लिखा"मैं आपके शहर में आईं हूं.. क्या आप मुझसे मिलना चाहोगे?? मैंने कहा: जरूर..तो ठीक है*सिने गार्डन में मिले और मू्वी भी देख लेंगे*! मैंने कहा:मैडम आप आ जाईये मेरे घर पर मेरे बीवी-बच्चो से मिल लेंगे बीवी के हाथ का खाना भी खा कर देखिए। बोली: नहीं मैं आपकी मैडम के सामने नहीं आएगी,आपको आना है तो आ जाओ। मैंने अपने यहां बुलाने की बहुत कोशिश की पर वो अपनी पसंद की जगह बुलाने पर अड़ी थी..झुझंला कर बोली: ठीक है मै वापिस जा रही हूं। तुम डरपोक अपने घर बैठे रहो।वो आफ लाईन हो गई।..शाम को घर पहुंचा, तो डायनिंग टेबल पर लजीज खाना सजा हुआ था मैंने पत्नी से पूछा कोई आ रहा है क्या खाने पर?? वो बोली.. हां*दिव्या शर्मा*आ रही है। मैंने कहा:क्या ?? वो तुम्हें कहां मिली, तुम उसे कैसे जानती हो?? तसल्ली रखिए साहब वो*में*ही थी..आप मेरी जासूसी मिशन के दौरान पास हुए...आओ मेरे सच्चे हमसफर खाना खाओ.. टाईम रहते मैंने अपनी पत्नी का मोबाइल चेक नहीं किया होता...तोआज मैं यह पोस्ट करने लायक ना होता...!!