महीन धागों से लबों को रफू किया है जबसे सिलाई दिखती नही, तमीजदार हुए जमाने मे गर बढ़ी घुटन औ दुश्वारियाँ रिश्तों के रफू मे कलम से रफू किया करेगें अपने फ़साने को.... रफ़ू.... #nojoto #nojotohindi #kalakaksh #life #philosophy