सारी इंद्रियों में आंखें ही हमें ज्यादा सुख देती हैं हर चीज महसूस कराती हैं किसी के चेहरे के हाव-भाव दुख दर्द हंसी मुस्कुराहट सारी संवेदनाएं हृदय तक पहुंचाती हैं इन आंखों से एक इंसान क्या क्या देखता है बाजार जाते हुए,, लोगों के चेहरे इमारतें ,,रास्ते,, बच्चे बूढ़े और महसूस करता है उनके चेहरे के हाव भाव,,, जीवन को अगर महसूस करना है तो आंखों को चकाचौंध सुंदरता की तरफ ना देख कर चलते चलते बारीकी से हर चीज को देखें,,, आंखें महसूस करा देती हर वह चीज आंखें पढ़ लेती हैं मन के हाव भाव चेहरे पर,,,, इंसानों का स्वार्थ लालच वासना