मुहब्बत है तो कुछ दिन इन्तजार करो एक काम करो तुम अपने घर में ही रहो ज़िन्दगी रही तो मुलाकातें बहुत होगी तुमसे कुछ तो करो अपने परिवार का ख्याल करो मुलाकातों का सिलसिला फिर शुरू होगा अब तुम अपने अगल बगल का इंतजाम करो गरीबों की मदद सब मिलकर करो जहां भी हो टाइम से उनके खाने का सामान मुहैया करो इस समय लूटों मत तुम दुकानदार हो अगर समाज में गरीबों का कुछ हिस्सा भला करो कमाकर इस मुस्किल खड़ी में क्या करोगे बड़े लोग हो तो जरा मजलूमों का ख्याल करो बहुत बूरी बिमारी है बच कर रहो जरा सब आरिफ बच्चों के साथ बुजुर्गो का ख्याल करो मुहब्बत है तो कुछ दिन इन्तजार करो एक काम करो तुम अपने घर में ही रहो ज़िन्दगी रही तो मुलाकातें बहुत होगी तुमसे कुछ तो करो अपने परिवार का ख्याल करो मुलाकातों का सिलसिला फिर शुरू होगा अब तुम अपने अगल बगल का इंतजाम करो