ए तुम्हारा प्यार है या आंखों का नशा कितना भी तुम से दूर रहना चाहूं तुम से दूर रह नहीं सकता तुम्हारे सिवा कुछ भी याद रहता नहीं ©Vinod Kotiyal Devprayagi #tumharapyar