वो सिर्फ इश्क़ ही नहीं है, जिसने दिल को चोट पहुंचाई है । सड़क पर छोटे बच्चों को, भीख मांगते देख भी मन बेचैन हो उठता है । रोना तब भी आता है, जब 135 बच्चे बिहार में बेइलाज मर जाते हैं । जब कहीं करोड़ों बच्चे, दो जुन तक की रोटी तक नहीं पा पाते हैं ।। ऐसे में कबतक, मैं अपने इश्क़ का रोना रोता रहुं ? हाँ दिल टुटा है मेरा , तन्हा भी हुं और आकुल भी हुं । किसी को पाने के लिए व्याकुल भी हुं । पर सोचता हुं, कब तक उनके लिए अपने शब्द कुर्बान करता रहुं ? जो दो क्षण भी मेरे दीद के काबिल नहीं , कब तक उन्हें कविता में रचकर अमरत्व प्रदान करता रहुं ? कलम मेरी सिर्फ आशिकी के लिए नहीं बनी । मैं हर वो कहानी लिखुंगा जो किसी ने नहीं सुनी । मैं हर वो मासुम और मजलुम जिन्दगानी लिखुंगा। जिसे उन लोगों ने नहीं चुनी।। -रंजेश सिंह #darkness #RanjeshSingh #Metrowale #life #Struggle #pen #warrior #Poet