मेरे झोपड़ी में भी थोड़ी रौशनी खिल जाए! जगमग-जगमग तो ऐसे सारा शहर है साहब! थोड़ा अंधेरे में डूबे हुए को भी सहारा मिल जाए! ज्ञानी को भी थोड़ा सा ज्ञान का उजाला मिल जाए! आस-पास हमारे अंधेरे झोपड़ियों का वह सहारा बन जाए! अपने घर रौशन कर हमारे घर भी दो-चार दिप जला जाए! गरीबी के इस आलम में हमें भी दिवाली का एहसास दिला जाए! हमारे मुरझाए बच्चों का भी चेहरा खुशियों से खिला जाए! बस थोड़ा सा उजाला मिल जाये! हमारे जैसा कोई अंधेरे घर में भूखा न सो जाए! रोज तो हजारों भूखे पेट सोते ही है साहब, बस इस दिवाली कोई हमारा हमदर्द बन जाए! इस दिवाली आप जरूर कोशिश करें कि कोई आपके आस पास अंधेरे में भूखा न रह जाए!😔🙏 खुशियां बांटने से ही खुशियां मिलती है! 🙏 थोड़ा सा उजाला मिल जाये... #थोड़ासाउजाला #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi