कवि ह्रदय एक समय में एक स्थान पर कहाँ ठहरा है कभी वो तलाशता रहता है कल्पनाओं मे हकीकत की जमीं जो हकीकत में सम्भव नहीं जी उतार देता है उसको शब्दों में जी लेता है उसको कविता में डूब कर कभी चाँद से बातें रात भर चाँद भी ना जाने कितने किरदार निभाता है कभी सितारे जमीं चहलकदमी करते हैं कवि ह्रदय पतझड़ में जीने की राह तलाशता कवि अपने अंदर जैसे सारा मंजर समेट के रखता है ग़म को अपने कैद़ कर मुशायरे में हर मिस़रे पर वाह -वाह करता है सुना है मैंने लोग दर्द में अक्सर शायरी लिखते हैं कवि बन शब्दों के मरहम से ज़ख्म कुरेदते हैं ©®करिश्मा रठौर #StarsthroughTree #nojatohindi #nojotopoetry #poetheart