हमारे दरमिंयां दीवार है क्या? हुआ छुप के कोई टकरार है क्या? मोहब्बत में मिलें कुछ जख्म़ हमको तुम्हें लगता मुकम्मल वार है क्या? हमारे दरमिंयां दीवार है क्या? हमारे दिल की धड़कन थम रही है, बगा़वत के कहीं आसार हैं क्या? नज़र आएं नज़रअंदाज़ करते, निगाहों में अभी इनकार है क्या? हमारे दरमिंयां दीवार है क्या? संवेदिता ©Samvedita #samvedita #deevar #Love