क्या सच में तुम्हे याद नही आता मेरे वो तुम्हारा हाथ थामना। देख तुम्हे परेशान वो सीने से लगा लेना।। जब होता था दर्द तुम्हे तो मेरी आँखों का नाम हो जाना। क्या सच मे भूल गए हो वो चाहत के दिन या सीख लिया है जीना तुमने मेरे बिन।। वो बारिश में थामना मेरा हाथ। फ़ोन पे करना वो घंटो बात।। न जाने क्यों छोड़ दिया है तुमने मेरे साथ। अब तो बेवक़्त बेवज़ह भींग जाती है मेरी आँख।।-VAIBHAVRV #nojotohindi #shayari #merelafzonse #blogger