#FourLinePoetry ना ही मैं अबला हूं और न ही मैं अशिक्षित अब, न ही मैं अधूरी हूं और न ही मैं अकेली अब। जब हौसलों की उडान साथ हो और दिन- व-दिन देश तरक्की के पथ पर हो, गोल्ड मेडल सामने हो और हर कोई देश की बेटी-बेट पुकार रहें हों तो आगे बढने को गुदगुदी से पंख अपने आप लग जाते हैं। ©Miss poojanshi #fourlinepoetry#jeetkiprerna#deshkibeti