श्वेत वस्त्र की परिसीमा में, गुलमोहर सी दमक रही है पढ़ते-पढ़ते हँसी अचानक, लव लोभित तन चमक रही है चञ्चल है थोड़ी, चंचलता को समेट मन बाँध रही है मुस्काती आँखों से, क्रंदन के सुर परिधि साध रही है #alokstates #परिधि #प्रेमगीत #prolove #yqdidi