ज़रा सी बारिश ने रोक दिया, आंसुओं का सैलाब, बारिशों का दौर होता तो, तो आंसू समुंदर बन जाते !! सुप्रभात, पेश है एक नई शायरी :: ज़रा सी बारिश ने रोक दिया, आंसुओं का सैलाब, बारिशों का दौर होता तो, तो आंसू समुंदर बन जाते !! © Ritu Raj Gupta