एक असुंदर कवि की सुंदर कविता का आनंद तो कोई सुंदरी ही ले सकती है....... बशर्ते उसने उस असुंदर कवि की विकृत काया को देखा न हो...... यध्यपि ये सच है की उस सुंदरी को देख वो असुंदर कवि सौंदर्य शास्त्र पर अपनी श्रेष्ठतम कविता का सृजन करने मे सक्षम हो सकता है.. असुंदर कवि की सुंदरतम रचना