एक दौर था बचपन का, तब करिश्मों पे यकीन था, एक जादुई उम्र ये भी है, अब हकीकत पे शक है, ढेरों सवाल थे तब, पर जवाब नही मिलते थे आज जवाब खत्म हो गए, पर खुद एक सवाल बन गए है तब बेपरवाह घूमते थे, अब चैन-ओ-सुकून ढूढते है -Manku Allahabadi जादू #MagicBall #जादू #Jadoo #karishma