कैसे जानोगे , क्या कुछ गुज़र गया हम पर गैर तो गैर थे, अपनों ने ही पहचान चुरा ली हर ओर नज़र आते हैं नाम ज़ालिमों के और जो वतन पर मिटे, उनकी है बदहाल निशानी ये कौन सी आजादी लेकर आए हो,कहो तो हमारे देश को टुकड़ों में बांट कर हुए खाली कितनों की जिंदगी बन गई मौत से बदतर अब भी रिस रहा ज़ख्म,चोट है बंटवारे वाली संस्कार और संस्कृति को मिटाने में लगे थे, मैकाले के गुलाम विरासत छुपाने में लगे थे मुगलों और अंग्रेजों ने तो देश लूट ही लिया बाकी जो बचा उस को निपटाने में लगे थे। समय बदल गया है ,अब दुनिया अलग हुई देश जाग रहा है और परख रहा है हर घड़ी तुम लाख चाहो अब बहकावे में नहीं आएंगे जो राम का नहीं, उसे राजा नहीं बनाएंगे। #nationfirst #jayakikalamse#jagobharatjago#yqdidi