----------बातें इतिहास की---------- अकबर के नवरत्ल- सामान्य रूप से रत्न पत्थर का टुकडा होता है, लेकिन अपनी विशिष्ट पहचान के कारण कुछ पत्थरों को रत्न का दर्जा मिलता है। अकबर ने भी ऐसे विशिष्ट गुणों वाले प्रतिभावान एवं बुद्धिजीवी व्यक्तियों की पहचान कर उन्हें अपने दरबार में नवरत्न की उपाधि दी। मुल्ला दो प्याजा, हकीम हुमाम, अब्दुर्हीम खानखाना, अबुल फज़ल, तानसेन, राजा मानसिंह, राजा टोडरमल, फैजी व राजा बीरबल उसके दरबार के 'नवरत्न' थे। #इतिहास_के_पन्ने #नौरत्न #okaytobeawake