खिड़कियां, दरवाजे, रोशनदान तुम कहां कहां से चली आती थी बात उन दिनों की है जब तुम हवाओं में घुल जाती थी ©ABRAR खिड़कियां, दरवाजे, रोशनदान तुम कहां कहां से चली आती थी -abrar #abrarahmad #poem #rubaai #Nojoto #ishq #shayri sapna ahaana ☁️ #MereKhayaal