अभी सब चुप है खनिज,तेल पे सब दावेदारी ठोकेंगे वो बच्चे(चाहे सीरिया के हो या अफ्रीका के)कौन है हमारे अपने स्वार्थ के लिए कोई भी सभ्यता हम तोड़ेंगे मरहम कौन लगाएगा उन बच्चों के गहरे घावों पर सब तो बस एक दूसरे को कोसेंगे Un हो या unisef सब बस एक ड्रामा है सब का एक ही नारा है;मिलके इस संसार को तोड़ेंगे